" हिन्दी भारतीय संस्कृति की आत्मा है"-'कमलापति त्रिपाठी' हिंदी भाषा विशाल जनसमूह की भाषा है, जो सीमाओं के बंधन तोड़कर, आज वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना रही है। वैसे तो, प्रत्येक भाषा की विशेषता होती है कि वह व्यक्ति के विचारों और मनोभावों को स्पष्ट एवं प्रभावी रूप से व्यक्त करने का एक माध्यम होती है लेकिन हिंदी भाषा की कतिपय विशेषताएं ('विशेषताएँ' शुद्ध है) उसे अन्य भाषाओं से अलग और खास बनाती हैं। आइए, हम हिंदी भाषा की ऐसी ही कुछ विशेषताओं और तथ्यों के बारे में जानते हैं- हिंदी का उद्भव भाषाओं की जननी, देवभाषा संस्कृत से हुआ है जो आज भी तकनीकी क्षेत्र (कंप्यूटर आधारित प्रौद्योगिकी, कृत्रिम बौद्धिकता इत्यादि) में प्रयोग के लिए सर्वाधिक उपयुक्त भाषा मानी जा रही है। हिंदी भाषा का व्याकरण संस्कृत से ही अनुप्राणित है। स्वाभाविक रूप से इसके व्याकरणिक नियम प्रायः अपवाद-रहित हैं; इसलिए स्पष्ट हैं और आसान हैं। "हिंदी भाषा संस्कृत की बड़ी बेटी कही जाती है।" हिंदी की वर्णमाला दुनिया की सर्वाधिक व्यवस्थित वर्णमाला है। इसमें स्वरो...