एक शेर : वफ़ा के शहर में
वफ़ा के शहर में तेरी गली बदनाम लिख दूँगा,
साँसों की सदा पर मौत का पैग़ाम लिख दूँगा ।
उठेगा दर्द जब दिल में तुम्हारे वास्ते 'पंकज',
उमीदों की चिता पर बस तुम्हारा नाम लिख दूँगा।।
बालकृष्ण द्विवेदी 'पंकज'
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